अथ हल् सन्धिः/व्यंजन सन्धि, परिभाषा, उदाहरण, प्रकार/भेद, नियम Hal-sandhi-vyanjan-sandhi

अथ हल् सन्धिः/व्यंजन सन्धि, परिभाषा, उदाहरण, प्रकार/भेद, नियम

अब हल् सन्धि या व्यंजन सन्धि प्रारम्भ होती है। हल् प्रत्याहारों या व्यंजन वर्णों में होने वाले परिवर्तन को हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि कहते हैं। (नोट- हल् प्रत्याहार के अन्तर्गत सभी व्यंजन वर्ण आते हैं।)

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि की परिभाषा

 हल्-प्रत्याहाराणां व्यंजन-वर्णानां स्वरेण सह व्यंजन-वर्णानां वा सम्मेलनं हल्-सन्धिः व्यंजन-सन्धि वा वर्तते।
अर्थात् व्यंजन वर्णों के साथ स्वर या व्यंजन वर्णों के मेल से होने से जो परिवर्तन होता है वह हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि कहलाती है।
व्यंजन वर्ण या हल् प्रत्याहार के बाद जब किसी व्यंजन या स्वर वर्ण के आ जाने पर विकार होता है, तब उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं।

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के उदाहरण

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के विशेष उदाहरणों का ही यहाँ पर वर्णन किया जायेगा। व्यंजन सन्धि के उदाहरण का विस्तृत अध्ययन हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के प्रकार/ भेद में अलग लेख में किया जायेगा।

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के उदाहरण

व्यंजन + व्यंजन=  व्यंजन
हरिस् + शेते = हरिश्शेते। (स+श=श्)

व्यंजन+स्वर =व्यंजन
वाक् + ईशः = वागीशः। (क्+ई=ग)

त्+ट= ट
तत्+ टीका= तट्टीका

म्+व्यंजन वर्ण = अनुस्वार ं या उत्तर पद के आदि वर्ण का पंचम वर्ण
रामम्+नमामि= रामं नमामि या रामन्नमामि
अथ हल् सन्धिः/व्यंजन सन्धि, परिभाषा, उदाहरण, प्रकार/भेद, नियम
व्यंजन सन्धि


हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के प्रकार/भेद

लघुसिद्धांत कौमुदी के अनुसार हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के अनेक प्रकार या भेद बताये गये हैं, जिन्हें सामान्यतः 16 (सोलह) भागों में विभक्त किया गया है। हल् सन्धि या व्यंजन सन्धि के वह सोलह (16) प्रकार या भेद इस प्रकार हैं- 
१०.     छत्व सन्धि
१२.     लत्व सन्धि
१३.     षत्व सन्धि
१४.     शत्वादि सन्धि
१५.     णत्व सन्धि
१६.     विशिष्ट रुत्व

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के नियम

हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के नियम में प्रमुख नियम यह है कि, व्यंजन सन्धि तभी होगी जब व्यंजन वर्ण का व्यंजन वर्ण के साथ या व्यंजन वर्ण का स्वर वर्ण के साथ विकार हो। व्यंजन सन्धि में कहीं पर स् का ष् , कहीं त् का ट्, कहीं म् का अनुस्वार तथा कहीं व्यंजन के प्रथम वर्ण के स्थान पर तृतीय वर्ण का प्रयोग होता है।
हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के प्रकार/भेद जो ऊपर बताये गये हैं, उन्हीं के अनुसार हल् सन्धिः या व्यंजन सन्धि के नियम बताये गये हैं, जिनका वर्णन अग्रिम लेख में किया गया है।

सन्धि ज्ञान के लिए आप निम्न लेखों का अध्ययन कर सकते हैं-



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