astya par Sanskrit subhashitani, shlok, sukti with hindi meaning, and English meaning, असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि, श्लोक और सूक्ति हिंदी अर्थ सहित

 असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि Sanskrit subhashitani on asatya(untruth). 

असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि sanskrit subhashitani on asatya(untruth) जानने से पहले यह जानना आवश्यक है कि, असत्य किसे कहते हैं ? असत्य का अर्थ क्या है ?

 असत्य किसे कहते हैं ? असत्य का अर्थ क्या है ?

यद्यपि असत्य को परिभाषित करना नामुमकिन है, फिर भी जो सत्य के विपरीत है वह असत्य है | हिंदी (hindi meaning) में असत्य को मिथ्या और  झूठ भी कहा जाता है | सत्य के बिना असत्य को समझना मुश्किल है | सत्य पर संस्कृत श्लोक पढ़ने और समझने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -

 महाभारत में सत्य, Mahabharat me satya. sanskrit shlok, Hindi meaning and English meaning.

असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि sanskrit subhashitani on asatya(untruth)
(१) नायं लोकोsस्ति न परो न च पूर्वान् स तारयेत्।
          कुत एष जनिष्यांस्तु मृषावादपरायणः।। महाभारत शान्तिपर्व 199/61
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असत्य बोलने से मनुष्य को  न इस लोक में सुख मिलता है न परलोक में। वह अपने पूर्वजों को भी नहीं सफल बना  सकता है । वह होने वाली सन्तान का भी भला नहीं कर सकता है ।
(२) अनृतं तमसो रुपं तमसा नीयते ह्यधः।
          तमोग्रस्ता न पश्यन्ति प्रकाशं तमसाSSवृत्तः।। महाभारत शान्तिपर्व 190/2
  hindi meaning
असत्य अंधकारमय  है। अंधकार या तमोगुण  से मनुष्य का अधोपतन होता  है। अज्ञान के अंधकार से घिरा  मनुष्य  ज्ञान का प्रकाश नहीं देख पाता है ।
(३)अनृतं न वदेद् विद्वास्तपस्तप्त्वा न विस्मयेत्।
      नार्तोsप्यभिभवेद् विप्रान् न दत्त्वा परिकीर्तयेत्।। महाभारत आश्वमेधपर्व दा.पा. 
 hindi meaning
विद्वान व्यक्ति को असत्य नहीं बोलना चाहिए। उसे तपस्या करके अभिमान नहीं करना चाहिए। कष्ट में पड़ने पर भी ब्राह्मण का अपमान नहीं करना चाहिए। दान देकर उस दान की चर्चा नहीं करनी चाहिए।
(४) प्राणत्राणेsनृतं वाच्यमात्मनो वा परस्य च।
                गुर्वर्थे स्त्रीषु चैव स्याद् विवाहकरणेषु च।। महाभारत शान्तिपर्व 34/25
hindi meaning
अपने  या किसी दूसरे के प्राणों की रक्षा  के लिए, गुरु के लिए, स्त्रियों से विनोद करते समय और विवाह के प्रसंग में यदि असत्य  बोल दिया जाए तो पाप नहीं लगता है |
(५)न रूपमनृतस्यास्ति नानृतस्यास्ति संततिः।
            नानृतस्याधिपत्यं च कुत एव गतिः शुभा।। महाभारत उद्योगपर्व 107/9
 hindi meaning
असत्य बोलने वाले  मनुष्य का कोई रूप  नहीं होता है,  न ही असत्य बोलने वाले को संतान मिलती है| असत्य बोलने वाले  मनुष्य को सम्मान  भी नहीं मिलता है, उसे शुभ गति भी नहीं मिलती है ।
(६)न नर्मयुक्तं वचनं हिनस्ति न स्त्रीषु राजन् न विवाहकाले।
प्राणात्यये सर्वधनापहारे पञ्चानृतान्याहुरपातकानि।| महाभारत आदिपर्व 82/16
 hindi meaning
राजन!  पांच प्रकार का असत्य भाषण पापरहित बताया गया है। वह है,  हंसी में, स्त्रियों से, विवाह के अवसर पर, प्राण संकट में पड़ने पर और धन के  नष्ट होने पर।   

असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि

भारतीय संस्कृत में ही नहीं अपितु विश्व की संस्कृति में असत्य को महापाप कहा गया है| असत्याचरण या  झूठ बोलना सदैव त्याज है। हर धर्म ग्रंथ और नीति शास्त्र असत्य त्यागने का उपदेश देता है। सत्य कथन से मनुष्य को ब्रह्म लोक और  परलोक में भी नाना प्रकार के कष्ट भोगने पड़ते हैं। स्थिति और प्रस्थितिवश  के अनुसार कभी सत्य असत्य हो जाता है और कभी असत्य सत्य बन जाता है | astya par Sanskrit subhashitani, shlok, sukti with hindi meaning, and English meaning, असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि, श्लोक और सूक्ति हिंदी अर्थ सहित अग्रलिखित है -
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        अनृतं चारित्रभ्रशकारणम्।।
hindi meaning
असत्य से चरित्र नष्ट  होता है। अर्थात जो मनुष्य असत्य  का आचरण करता है, उसका चरित्र भ्रष्ट  हो जाता है।
English meaning
untruth destroys character.
sanskrit sookti
        नानृताद् पातकं परम्।। महाभारत शान्तिपर्व 162/24
hindi meaning
असत्य से बढ़कर और कोई पाप नहीं है।
English meaning
There is nothing more sin than untrue.
sanskrit sookti
            नानृतं हि सदा लोके पूज्यते। महाभारत आदिपर्व 5/34
hindi meaning
संसार में कभी भी असत्य की पूजा नहीं होती।
English meaning
No untruth is ever worshiped in the world.
sanskrit sookti
        अनृतं जीवितस्यार्थे वदन्न स्पृश्तेsनृतैः।। महाभारत द्रोणपर्व 190/47
 hindi meaning
किसी  जीव के  प्राणों की  रक्षा के लिए यदि असत्य बोलना पड़े ,तो असत्य बोलने वाले को पाप नहीं लगता है |
English meaning
In order to protect the life of an organism, if it is to speak untrue, then it is not a sin for the untrue to speak.
sanskrit sookti
        मृषावादे भवेद् दोषाः सत्ये दोषो न  विद्यते।। महाभारत अनुशासनपर्व 38/9
 hindi meaning
असत्य बोलने से दोष लगता है। सत्य बोलने से दोष नहीं लगता।
English meaning
Speaking of untrue leads to blame. Speaking the truth is not to blame.

astya par Sanskrit subhashitani, shlok, sukti with hindi meaning, and English meaning, असत्य पर संस्कृत सुभाषितानि, श्लोक और सूक्ति हिंदी अर्थ सहित
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